Oct 132009
 

Sai teri moorat jahaan jahaan sab sheesh navate wahaan wahaan sab sheesh navate wahaan wahaan   hai tera aisa sachha pyaar sab karte tujhko namaskar teri mahima ke har nar nari gun gaate phirte yahaan wahaan sab sheesh navate wahaan wahaan   sai jabse tujhko pooja koi bhaya nahin mujhe dooja is tarah samaye sai

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Sep 232009
 

श्री गायत्री चालीसा भूर्भुवः स्वः ॐ युत जननी । गायत्री नित कलिमल दहनी ॥ अक्षर चौबिस परम पुनीता । इनमें बसें शास्त्र, श्रुति, गीता ॥ शाश्वत सतोगुणी सतरुपा । सत्य सनातन सुधा अनूपा ॥ हंसारुढ़ सितम्बर धारी । स्वर्णकांति शुचि गगन बिहारी ॥ पुस्तक पुष्प कमंडलु माला । शुभ्र वर्ण तनु नयन विशाला ॥ ध्यान धरत

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Sep 232009
 

जय दुर्गे दुर्गति परिहारिणी जय दुर्गे दुर्गति परिहारिणी | शंभु विदारिणी माता भवानी|| आदि शक्ति परब्रह्म स्वरूपिणि जग जननी चहूँ वेद बखानी ब्रह्मा शिव हरि अर्चन कीन्हो ध्यान धरत सुर नर मुनि ग्यानि ||१|| अष्ट भुजा कर खड्ग बिराजे सिंह सवार सकल वरदानी ब्रह्मानंद चरण मे आये भव भय नाश करो महारानी||२||

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