Apr 082009
दुनियाँ चले ना श्रीराम के बिना, रामजी चले ना हनुमान के बिना
दुनियाँ चले ना श्रीराम के बिना, रामजी चले ना हनुमान के बिना …..(३)
जब से रामायण पढली है, इक बात मैने समझ ली हैं,
रावण मरे ना श्रीराम के बिना, लंका जले ना हनुमान के बिना…….दुनियाँ चले ना..
लक्ष्मण का बचना मुश्किल था कोन बुटी लाने के काबिल था
लक्ष्मण बचे ना श्रीराम के बिना बुटी मिले ना हनुमान के बिना…….दुनियाँ चले ना..
सीता हरण की कहानी सुनो बनवारी मेरी जुबानी सुनो
वापस मिले ना श्री राम के बिना पता चले ना हनुमान के बिना…….दुनियाँ चले ना..
सिहांसन पे बैठे हैं श्रीराम जी , चरणों में बैठे है हनुमान जी
मुक्ती मिले ना श्रीराम के बिना, भक्ति मिले ना हनुमान के बिना…….दुनियाँ चले ना..
दुनियाँ चले ना श्रीराम के बिना, रामजी चले ना हनुमान के बिना …..(३)