Jan 152011
 

जिस हाल में रखें साईं उस हाल में रहते जाओ जिस हाल में रखें साईं उस हाल में रहते जाओ जिस हाल में रखें साईं उस हाल में रहते जाओ जिस हाल में रखें साईं उस हाल में रहते जाओ तुफानो से क्या घबराना तुफानो मैं बहते जाओ जिस हाल में रखें साईं ग़म और

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Dec 062009
 

Guru Bhakti धीरज बिना श्रध्दा नहीं, श्रध्दा बिना भक्ति नहीं भक्ति बिना साईं नहीं, साईं बिना संसार नहीं भाव बिना पूजा नहीं,पूजा बिना अर्पण नहीं अर्पण बिना समर्पण नहीं,समर्पण बिना सद्गुरु नहीं दया बिना कृपा नहीं,कृपा बिना सेवा नहीं सेवा बिना पुण्य नहीं, पुण्य के बिना गुरु मिलते नहीं मृत्यु है तो जीवन नहीं, अहम्

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Sep 232009
 

जय दुर्गे दुर्गति परिहारिणी जय दुर्गे दुर्गति परिहारिणी | शंभु विदारिणी माता भवानी|| आदि शक्ति परब्रह्म स्वरूपिणि जग जननी चहूँ वेद बखानी ब्रह्मा शिव हरि अर्चन कीन्हो ध्यान धरत सुर नर मुनि ग्यानि ||१|| अष्ट भुजा कर खड्ग बिराजे सिंह सवार सकल वरदानी ब्रह्मानंद चरण मे आये भव भय नाश करो महारानी||२||

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Sep 222009
 

Daivya Apradh Kshma Stotram देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम् न मन्त्रं नो यन्त्रं तदापि च न जाने स्तुतिमहो न चाह्वानं ध्यानं तदापि च न जाने स्तुतिकथाः । न जाने मुद्रास्ते तदापि च न जाने विलपनं परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम् ॥ १ ॥ विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया विधेयाशक्यत्वात्तव चरणयोर्या च्युतिरभूत् । तदेतत्क्षन्तव्यं जननि सकलोद्धारिणि शिवे कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति ॥

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