कुछ लेना ना देना मगन रहना कुछ लेना ना देना मगन रहना | पांच तत्व का बना है पिंजरा, भीतर बोल रही मैना | तेरा पिया तेरे घाट मै बसत है, देखो री सखी खोल नैना | गहरी नदिया नाव पुरानी, केवटिया से मिल रहना | कहत कबीर सुनो भई साधो, प्रभु के चरण
Continue Reading...May 282012