शिरडीवाले सांईबाबा, आया है तेरे दर पे सवाली हा……. झमाने में कहा टूटी हुई तसवीर बनती है, तेरे दरबार में बिगड़ी हुई तकदीर बनती है…. तारीफ तेरी, निकली है दिल से, आयी है लब पे, बनके कव्वाली, शिरडी वाले सांई बाबा, आया है तेरे दर पे सवाली….(2) लब पे दुआए, आंखो में आंसु, दिल
Continue Reading...Feb 242009